Munshi Premchand Death Anniversary Shayari in Hindi
“स्वार्थ की माया अत्यन्त प्रबल है।” – Munshi Premchand
Munshi Premchand Death Anniversary Shayari
“जब हम अपनी भूल पर लज्जित होते हैं, तो यथार्थ बात अपने आप ही मुंह से निकल पड़ती है।” – Munshi Premchand“
Munshi Premchand Death Anniversary
डरपोक प्राणियों में सत्य भी गूंगा हो जाता है।” – Munshi Premchand“
Munshi Premchand Death Anniversary Shayari Images
जीवन का वास्तविक सुख, दूसरों को सुख देने में हैं, उनका सुख लूटने में नहीं।” – Munshi Premchand
Munshi Premchand Death Anniversary Shayari Photos
आत्मसम्मान की रक्षा हमारा सबसे पहला धर्म ओर अधिकार है। – Munshi Premchand“
Munshi Premchand Death Anniversary Shayari pic
संसार के सारे नाते स्नेह के नाते हैं, जहां स्नेह नहीं वहां कुछ नहीं है।” – Munshi Premchand“
यश त्याग से मिलता है, धोखाधड़ी से नहीं।” – Munshi Premchand
“अतीत चाहे जैसा हो, उसकी स्मृतियाँ प्रायः सुखद होती हैं।” – Munshi Premchand“
चिंता रोग का मूल है।” – Munshi Premchand
अन्याय होने पर चुप रहना, अन्याय करने के ही समान है। – Munshi Premchand“
मन एक डरपोक शत्रु है जो हमेशा पीठ के पीछे से वार करता है।” – Munshi Premchand“
निराशा सम्भव को असम्भव बना देती है।” – Munshi Premchand